SIP vs Lump Sum Which one Better: SIP और लंपसम म्युचुअल फंड में निवेश करने की एक सुविधा है। जो उन लोगों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद है। जिन्हें निवेश के बारे में काफी ज्यादा जानकारी नहीं है। मगर वह निवेश करना चाहते हैं। म्युचुअल फंड में सुरक्षित और बेहतर रिटर्न का वादा किया जाता है। मगर लोग SIP और लंपसम दोनों को लेकर भ्रमित हो जाते हैं, कि उन्हें किस विकल्प में निवेश करना चाहिए और दोनों में से कौन-सा ज्यादा फायदेमंद होगा। इस लेख में SIP Vs Lump Sum की संपूर्ण जानकारी देंगे. जिसे पढ़ने के बाद आप SIP और Lump Sum में से किस में निवेश करना चाहिए? इसका निर्णय ले सकेंगे।
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SIP VS Lump Sum में से कौनसा फायदेमंद है
दोनों ही म्युचुअल फंड विकल्पों के अपने-अपने फायदे और नुकसान है। मगर इनमें से कौन-सा विकल्प ज्यादा लाभदायक साबित होगा. यह जानने से पहले हमें इनके बीच के अंतर और इनके बेसिक फंडामेंटल्स की जानकारी आवश्यक रूप से ले लेनी चाहिए।
SIP क्या होती है?
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान म्युचुअल फंड में निवेश करने का एक प्रकार है। जिसमें निवेशक प्रति महीना या तिमाही या अर्ध- वार्षिक किस्तों के रूप में एक निश्चित राशि निवेश करते हैं। यह राशि ₹100 से लेकर कितनी भी हो सकती है। आपके द्वारा किये गए निवेश पर सालाना एक निश्चित रिटर्न दिया जाएगा। SIP को लंबे समय तक जारी रखने पर ही इसका अधिक फायदा मिल सकता है।
उदाहरण के तौर पर आप ₹10,00 प्रति महीना के हिसाब से SIP शुरू करते हैं। और उसपर सालाना 12% का औसत रिटर्न मिलता है, तो 5 साल बाद आपका कुल निवेश ₹60,000 होगा। और उस पर 12,486 रुपए का कुल रिटर्न मिलेगा।
Lump Sum Mutual Fund
यह भी एक प्रकार का म्युचुअल फंड में निवेश करने का तरीका है। मगर बता दे, इसमें आपको किस्तों के रूप में निवेश करने की सुविधा नहीं मिलती। इसमें एक साथ एकमुक्त राशि का निवेश किया जाता है। जिन निवेशकों के पास ज्यादा रकम होती है। वे लंप सम में निवेश करने में रुचि रखते हैं। यह सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) की तुलना में थोड़ा ज्यादा जोखिम भरा होता है।
उदाहरण के तौर पर आपके पास अभी ₹1,00,000 हैं। और आप उसे लंप सम म्युचुअल फंड में निवेश कर देते हैं। जिस पर सालाना 12% का रिटर्न मिलता है। तो 5 साल बाद आपका कुल निवेश पैसा एक लाख ही होगा और उसपर सालाना 12% के हिसाब से कुल 76,324 रुपए का रिटर्न दिया जाएगा।
Lump Sum और SIP में क्या अंतर है?
- लंप सम में आप पूरा पैसा एक साथ ही निवेश कर देते हैं। जबकि SIP में आपको किस्तों के रूप में निवेश करना होता है।
- आर्थिक स्थिति खराब होने पर आप SIP को कुछ समय के लिए रोक या किस्तों की राशि को बदल सकते हैं। जबकि लंप सम निवेश इतना लचीला नहीं होता।
- SIP निवेश करते समय हमें बाजार की स्थिती को देखने की आवश्यकता नहीं होती। जबकि लंप सम में निवेश करते समय बाजार का उतार चढ़ाव सबसे ज्यादा मायने रखता है।
SIP Vs Lump Sum Which one Better
ज्यादातर लोग SIP को फायदेमंद मानते हैं। क्योंकि इसमें बाजार की उतार चढ़ाव से ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता। निवेशक बाजार की हर स्थिति में किस्त के रूप में निवेश करता जाता है। जिसके कारण उसका निवेश औसत होता जाता है। ऐसे में अगर निवेशकों ने क्रैश मार्केट में भी निवेश किया है, तो भी मिलने वाले रिटर्न पर इसका ज्यादा बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा।
दूसरी ओर निवेशकों ने Lump Sum विकल्प के साथ निवेश करते समय अगर अप ट्रेंड (ज्यादा प्राइस) में निवेश कर दिया, तो मिलने वाले रिटर्न पर काफी ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। अगर आप बाजार के उतार-चढ़ाव और जोखिम को अच्छे से समझते हैं और जोखिम उठाने की क्षमता रखते हैं, तो आपको लंप सम विकल्प के साथ निवेश करें।
ध्यान दें: यह लेख केवल जानकारी पहुंचाने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें किसी प्रकार की निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है।